Junoon
[verse 1]
मेरी ज़िंदगी कि शुरुवात थी उस दौर में
जब चलती थी सबकी ज़िंदगी बिना phone के
तब भी मैं पढ़के बड़ा हो गया था उस वक़्त में
और आज rapper बन के काम चलाना है शान से
ना दीन-दुनिया कि बातों पे ज़्यादा ध्यान देता मैं
मुश्किलों कि बारिश सर पे ना किसी को भी कहता मैं
हर अपने चाहने वालों के दिलों में हूँ रहता मैं
गलत चीज़ों से कामयाबी को कभी ना लेता मैं
डर-डर के वो बीती मेरी पहली रात थी
जब लिखी पहली rap तब ज़िंदगी ना साथ थी
कितने लोगों ने दिखा दी अपनी औकात थी
जिसकी वजह से सबके आगे कट गई मेरी नाक थी
समस्या ज़िंदगी में क्या किसी को जताता मैं
लेकिन अपनी कहानी शब्दों में सबको बताता मैं
२ वक़्त-ए-रोटी खाता ना किसी को हूँ सताता मैं
जोश-ए-जूनून कुछ बड़ा करना चाहता मैं
समाज कि रिवायतों को तोड़ बातें बक गया
ज़िंदगी के मकसत को पूरा करने में मैं लग गया
जूनून इतना ज़्यादा rap का अंदर था भर गया
और अपने कल के बारे में मैं आज ही समझ गया
वक़्त खेलता था खेल ज़िंदगी के साथ में
ढोंगी बाबा मिलके कहता तेरा कल हाथ में
दिक्कतें हैं इतनी ना कोई लड़की मेरे साथ में
लो जिससे भी पूछूं वो कहती आउंगी मैं बाद में
(बाद में)
(आउंगी मैं बाद में)
बाद में क्या रखा आज कि मैं बात करता हूँ
कड़वे मश्वरों को बकने से कभी ना डरता हूँ
दुनिया लड़ती औरों से मैं खुद के दिल से लड़ता हूँ
दलाल मैं ना जो लड़की को खुलेआम नंगा करता हूँ
सच्ची बात बकता हूँ दोगली ना बात बकता हूँ
नाम है killer तो गाने भी killer बनाता हूँ
डर ना अंदर लेकिन बड़ा बनने का ख्वाब है
आस-पास के लोग रोज़ मांगते जवाब हैं
कि "rap-wap से तेरा कितना आता हिसाब है?"
अब मैं कैसे बताऊँ कि मेरा वक़्त अभी खराब है
माँ-बाप को उम्मीद कि मैं बड़ा कर जाऊंगा
जब तक मेरी सांस तब तक गाने मैं बनाऊंगा
ख्वाब जितने देखे सबको पूरा करता जाऊँगा
जोश-ए-जूनून के साथ काम चलाऊंगा
[Chorus]
जूनून मेरे अंदर
मैं हूँ मस्त कलंदर
समझना ना बंदर
[verse 2]
Hope मुझमे hope मेरे गाने कितने dope रहते
शब्द मेरे mind में २४ घंटे पनपते रहते
सच्चे यार खड़े साथ बस एक बात कहते
"होगी दुआ खुदा से कि तू कभी ना rap छोड़े"
लिखता रहता हर वो बात मेरी कलम रहती साथ
कागज़ी लकीर को ना छोड़ू क्योंकि वो है ख़ास
कामयाबी कि ना है आस पैसा ना है मेरे पास
सर पे है खुदा का हाथ तो दिल में 2pac का वास
चेहरे पे नकाब डाल झूठ रोज़ बोलते
सच्चाई छुप जाएगी ऐसी बात रोज़ सोचते
मुझको अपने वश में करने के लिए हैं ये खोजते
लेकिन मैं हूँ छुपा हुआ कलंदर एक cave में
भटका हुआ फ़कीर मैं कामयाबी कि तलाश में
Ignore मारते मुझे जैसे हूँ कोई लाश मैं
अपने शब्दों में करता हूँ दोगलों का नाश में
नीचे ये सारे के सारे मैं रहता हूँ आकाश में
करम-काण्ड अच्छे ना किया बुरा काम है
मुझसे पंगा लेना का सिर्फ एक ही अंजाम है
एक दिन छपेगी कि तेरी ज़िंदगी गुमनाम है
ऐसी बातें बकना तो देखो मेरे लिए आम है
दीन दुनिया दारी सारी मेरे लिए भाड़ में
ज़ंजीरों ने ना बांधा हूँ मैं बंदा आज़ाद मैं
मुझको शब्दों के ज़हर का स्वाद पसंद है
Clean बातें बकता ना बनाता हूँ कोई गंद मैं
शौकी शायरियां मैं लिखता तो सबकी ना समझ में आती
कुछ तो मेरे मश्वरे सुनके दूर खिसक है जाती
जिनके समझ में है आती वो तारीफ करके जाती
मेरी कागज़ी लकीर को salute करके जाती
मस्ले जितने दीखते सबको लिखता शब्दों में
सुनके लोग कहते बात अलग तेरे लब्ज़ों में
आज मैं क़र्ज़ में तो कल वो लोग कर्ज़ों में
जोश-ए-जूनून rap का जो छपता शब्दों में