Pehla Pehla Pyar
हो मन रे बोले दिन रात क्या
रात क्या रात क्या
कैसे जानू कहता हैं बात क्या
क्या क्या
हो मन रे बोले दिन रात क्या
रात क्या रात क्या
कैसे जानू कहता हैं बात क्या
पीछे तू आँखे मिचे किसके चला
हो राहो की बाहों मैं तू पाएगा क्या
यू ही किसीसे नाता जुड़ता हैं क्या
हो जो दिल को भाए उसको होना पता
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा
तू जो टूटा तो मेरा होगा क्या
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा
मन रे ये मेरा हैं पहला पहला प्यार
तुजको नहीं तो नहीं लागी यह लगान रे
प्यार क्या प्यासा हो जो दोलता हैं मन रे
होना था एक यह होके रहा
दर्द अनोखा क्या तू ने सहा हं हं हं
यूही किसी से नाता जुड़ता हैं क्या
हो जो दिल को भाए उसको होना पता
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा
तू जो टूटा तो मेरा होगा क्या
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा
मन रे ये मेरा हैं पहला पहला
ये प्यार की बाहे तो वो गहरा समुंदर है
जो डूब गया इसमे उतरा मन अंदर है
ये प्यार की बाहे तो वो गहरा समुंदर है
जो डूब गया इसमे उतरा मन अंदर है
इस प्यार बिना दिल ही बेजान है पत्तहर है
बिन प्यार के ये दुनिया बेजान है बंजर है
जहा जेसे चले मैं तेरे संग हू
जिसमे रंगा है तू मैं भी वही रंग हू
देख है तूने जो मुझको दिखा
मुझसे ना कोई भी राज़ छुपा हम्म हम्म
यूही किसी से नाता जुड़ता है क्या हो
जो दिल को भाए उसको हो ना पता
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा(थम जा थम जा)
तू जो टूटा तो मेरा होगा क्या(तू जो टूटा तो)
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा(थम जा थम जा)
मन रे ये मेरा हैं पहला पहला प्यार
थम जा यूँ हाथो से ना जा
तू जो टूटा तो मेरा होगा क्या
थम जा थम जा यूँ हाथो से ना जा(ओ ओ)
तू जो टूटा तो मेरा होगा क्या(ओ ओ)