Nadaan
क्यूँ बुझ गया सुलगता दिल तेरा
क्यूँ च्चव हैं डूप बिना
नाराज़ हैं कोई तुज को गीला
क्यूँ रुत कर बैठा हैं यहाँ
हा नादान वक़्त बस रुकता नहीं
थामता नहीं
ना हैं हुंसफरना हैं आसना
हो नादान राह अगर कोई दिखती नहीं
रुकना नहीं अब रास्ता खुद ही बना
जीवन के रंग हैं ऐसे
काँटे फूल संग जैसे
एक लम्हा ख़ुसी एक पल बेखुसी
आँसू जो निकल जाए
जलता दिल पीगाल हाए
तू मेरे यारियाँ मैं तो दिल हरियाँ
हा नादान वक़्त बस रुकता नहीं
थामता नहीं
ना हैं हुंसफर ना हैं आसना
हो नादान राह अगर कोई दिखती नहीं
रुकना नहीं अब रास्ता खुद ही बना
यह हाल दिल का बढ़ाया
खाड़िया सी जोगी गवाया
एक वार जो जिंगनी आनी मूड ना
अपना जो किट्ता पराया
तेरे हाथ कुछ यूँ नहीं आया
एक वार जो जिंगनी आनी मूड ना
यह हाल दिल का बढ़ाया
खाड़िया सी जोगी गवाया
एक वार जो जिंगनी आनी मूड ना
अपना जो किट्ता पराया
तेरे हाथ कुछ यूँ नहीं आया
एक वार जो जिंगनी आनी मूड ना
हा नादान वक़्त बस रुकता नहीं
थामता नहीं
ना हैं हुंसफर ना हैं आसना
हो नादान राह अगर कोई दिखती नहीं
रुकना नहीं अब रास्ता खुद ही बना