Jinhe Hum Bhoolna
मेरी मदद करोगे
दिलओ जान हाजिर हे भैया
तो फिर आज मेरी रूह की बेकरार घड़ियों में से चंद घड़ियां ले लो
आओ बैठो
बचपन में तुम ाचा गाया करते थे
आज एक ऐसा गाना गाओ जो सोग से भरा हो
क्या ककह रहे हो विशाल
है मनीष में आज तक शारदा को नहीं भुला
ठीक कहते हो भाइयाँ भूलने के लिए मर्द का नहीं औरत का दिल चाहिए
क्यूंकि औरत सब कुछ भूल सकती हे उसका दिल समुन्द्र होता हे
समुन्द्र में कई तूफ़ान आते हे कई कश्तियाँ दुब जाती हे
फिर से सब बराबर जो जाती हे जैसे कोई कश्ती डूबी ही न थी
ये तो उनसे पूछिए जिनकी किश्ती दुब गयी हो
ये बेचारी क्या जाने की मोहब्त क्या चीज हे
इसे क्या मालूम की भूलना कितना कठिन हे
है भाइयाँ किनारे पर खड़ा डूबने वाले की हालत क्या जाने
जिन्हे डूबने का अफसोस हो वो तुफानो से नहीं खेला करते
चोट खा क्र इलाज नहिब ढूंढा करते
शीशा ए दिल चूर होने पर जोड़ा नहीं करते
जो मोहब्त करते हे उन्हें भूलना भी आना चाहिए
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
बुरा हो इस मुहब्बत का
बुरा हो, इस मुहब्बत का
वो क्यों कर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
भुलाए किस तरह उन को
कभी पी थी उन आँखों से
भुलाए किस तरह उन को
कभी पी थी उन आँखों से
कभी पी थी उन आँखों से
छलक जाते हैं जब आंसू,
छलक, जाते हैं जब आंसू,
वो सागर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
किसी के सुरख लैब थे
ये दिए की लौ मचाती थी
किसी के सुरख लैब थे
ये दिए की लौ मचाती थी
दिए की लौ मचाती थी
जहां की थी कभी पूजा,
जहां, की थी कभी पूजा,
वो मंदर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
रहे ऐ शम्मा तू रोशन
दुआ देता है परवाना
रहे ऐ शम्मा तू रोशन
दुआ देता है परवाना
जिन्हे किस्मत में जलना है
जिन्हे, किस्मत में जलना है
वो जलकर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
बुरा हो इस मुहब्बत का
बुरा हो, इस मुहब्बत का,
वो क्यों कर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं
वो अक्सर याद आते हैं
जिन्हे हम भुलाना चाहते हैं