Sagar Padhariye
आ आ आ आ
आनंद के प्रदाता
हे स्नेह शक्ति दाता
अव्याक़त बाप दाता
सागर पधारिए
मंजुल मधुर निमंत्रण
अंतः कारण से कण कण
प्रभु आपको बुलाता
सागर पधारिए
सागर पधारिए
बिचदे हैं कल्प भरके
प्यासे मिलन के कब से
बच्चे बुला रहे हैं
मिल जाओ आज हमसे
दृष्टी से स्रष्टी रच दो
मुरली से रंग भर दो
वरदानो के हे दाता
सागर पधारिए
सागर पधारिए
कोमल सी भावनाए
निर्मल हृदय का कहना
संगम युग मे बाबा
संग आपके ही रहना
धरती भी नगमे गाती
अंबार भी गुनगुनता
संसार सारा गाता
सागर पधारिए
सागर पधारिए
तेरे प्यार को संजोए
नैनो को हैं भिगोए
यादो के मोतियो को
सांसो मे है पिरोए
वो सद्गुणो के सागर
भरने हर एक गागर
हर हिया तुम्हे बुलाता
सागर पधारिए
सागर पधारिए
आनंद के प्रदाता (आनंद के प्रदाता)
हे स्नेह शक्ति दाता (हे स्नेह शक्ति दाता)
अव्याक़त बाप दाता (अव्याक़त बाप दाता)
सागर पधारिए (सागर पधारिए)
सागर पधारिए (सागर पधारिए)
सागर पधारिए