Char Din Ki Zindagi Hai
Bappi Lahiri, Govind Maya
चार दिन की ज़िंदगी है जा रहे है दिन
दो गए तेरे मिलने से पहले दो गए तेरे बिन
प्रिये कब मिलन होगा
प्रिये कब मिलन होगा
तुम कहीं खो जाओगी जान मै पाता अगर
बन के हम राही तेरा संग ही करता सफर
ये सफर पूरा नहीं होगा तम्हारे बिन
दो गए तेरे मिलने से पहले दो गए तेरे बिन
प्रिये कब मिलन होगा
प्रिये कब मिलन होगा
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ आ
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ आ
याद के टुटे महल कब तेरा मंदिर बना
दीप जलते रह गए छुप गयी मूरत कहाँ
ये दिए विश्वास के बुझ जाये न एक दिन
दो गए तेरे मिलने से पहले दो गए तेरे बिन
प्रिये कब मिलन होगा
प्रिये कब मिलन होगा