Ek But Se Mohabbat Karke
Ravindra Jain
ओ हो हो ओ हो हो
ओ हो हो हो हो हो
एक बुत से मोहब्बत कर के
एक बुत से मोहब्बत कर के
मैने यही जाना है
समझाए से जो ना समझे
समझाए से जो ना समझे
दिल ऐसा दीवाना है
एक बुत से मोहब्बत कर के
खूबसूरत है बला का और बला से कम नही
उस का गम जी को लगे तो जग का कोई गम नही
चले पाँव दिलों पे रख के
चले पाँव दिलों पे रख के
उस का ही ज़माना है
एक बुत से मोहब्बत कर के
मैने यही जाना है
एक बुत से मोहब्बत कर के
फूल चंपे का हसीं बेहद मगर खुशबू नही
है मेरे महबूब मे सब कुछ वफ़ा की बू नही
कुछ भी हो मुझे घर अपना
कुछ भी हो मुझे घर अपना
उस गुल से सजाना है
एक बुत से मोहब्बत कर के
मैने यही जाना है
समझाए से जो ना समझे
दिल ऐसा दीवाना है
एक बुत से मोहब्बत कर के