Jaane Do
Anwar Maqsood, Bilal Maqsood
बीती रातें हैं
कैसी बातें हैं
बरसाते हैं
जाने दो
उलझी यादें हैं
सुलझी खाते हैं
जीती माते हैं
जाने दो
बीती रातें हैं
झरनो की आवाज़े आती
मुझसे ये क्या
क्या कुछ कह जाती
झरनो की आवाज़े
जाने दो
बीती रातें हैं
कैसी बातें हैं
बरसाते हैं
जाने दो
बीती रातें हैं
पायल की
छन छन छन छन छन
ले जाती थी
मुझसे मेरा मन
पायल की
छन छन छन
जाने दो
बीती रातें हैं
कैसी बातें हैं
बरसाते हैं
जाने दो
बीती रातें हैं
कैसी बातें हैं
बरसाते हैं
जाने दो