Aankhain
आँखें छुपा के
नींदे चुरा के
ना जाने तुम गयी कहाँ
मेरे जीवन को दिखा के रोशनी
ना जाने तुम गयी कहाँ
आँखें छुपा के
नींदे चुरा के
ना जाने तुम गयी कहाँ
क्यूँ मिले थे ये बताओं ना
क्यूँ गये हो लौट आओं ना
क्यूँ मिले थे ये बताओं ना
क्यूँ गये हो लौट आओं ना
रात दिन हुए अब सूने
रात दिन हुए
मेरे जीवन को दिखा के रोशनी
ना जाने तुम गयी कहाँ
आँखें छुपा के
नींदे चुरा के
ना जाने तुम गयी कहाँ
जो छुपे हो मुस्कुरा कर
जो गये हो धुन सुना कर
जो छुपे हो मुस्कुरा कर
जो गये हो धुन सुना कर
रात दिन हुए अब सूने
रात दिन हुए
मेरे जीवन को दिखा के रोशनी
ना जाने तुम गयी कहाँ
आँखें छुपा के
नींदे चुरा के
ना जाने तुम गयी कहाँ
मेरे जीवन को दिखा के रोशनी
ना जाने तुम गयी कहाँ
आँखें छुपा के
नींदे चुरा के
ना जाने तुम गयी कहाँ हाँ हाँ