Shesh Ki Sej Pe Soye Ki Jo Prabhu Neend Mein Srishti Ka Bhar Uthari
Traditional
शेष की सेज पे सोए की जो प्रभु नींद में सृष्टि का भर उतरी
जिन हरी के भेज पंकज मकड़ महा लक्ष्मी हर्षावे
जोगी जातीं को दुर्लभ सो राव हीर की चोरिया पावे
थोड़ी सी छहस दिखावैं के नाच नचावन
वाले को नाच नचावे
थोड़ी सी छहस दिखावैं के नाच नचावन
वाले नाच नचावे