Ram Biloge Log Sab Chitra Likhe Se Dekhi
K. J. Yesudas
राम बिलोके लोग सब चित्र लिखे से देखि
चितई सीय कृपायतन जानी बिकल विसेखि
द्रषित बारि बिनु जो तनु त्यागा
मुएँ करइ का सुधा तड़ागा
का बरखा सब कृषी सुखानें
समय चुकें पुनि का पछितानें
अस जियँ जानि जानकी देखी
प्रभु पुलके लखि प्रीति बिसेखि
गुरहि प्रनामु मनहिं मन कीन्हा
अति लाघवँ उठाइ धनु लीन्हा