Jhilmil Kare Parvat Saara
K. S. Chithra
झिलमिल करे पर्वत सारा, उजियारा ही उजियारा
यह भव्य पहाड़ सुरक्षित है, देवो गन्धर्वो द्वारा
झिलमिल करे पर्वत सारा, उजियारा ही उजियारा
हनुमत का मनोरथ जाना जब कारण को पहचाना
औषधियों ने आँखे खोली हनुमान से जैसे बोली
रघुराज के काज सवारन को करलों उपयोग हमारा
करलों उपयोग हमारा, हो जीवन धन्य हमारा