Meray Paas Tum Ho
भूल जाने का हुनर
मुझको सिखाते जाओ
जा रहे हो तो सभी नक़्श
मिटाते जाओ
चलो रस्मन ही सही
मुद के मुझे देख तो लो
तोड़ते तोड़ते तालुक़ को
निभाते जाओ
कभी कभी यह मुझे सताए
कभी कभी ये रुलाए
कभी कभी यह मुझे सताए
कभी कभी ये रुलाए
फ़क़त मेरे दिल से उतर जाइयेगा
फ़क़त मेरे दिल से उतर जाइयेगा
बिछड़ना मुबारक बिछड़ जाइयेगा
कभी कभी यह मुझे सताए
कभी कभी ये रुलाए
में समझा था तुम हो
तो क्या और मांगूं
मेरी ज़िन्दगी में
मेरी आस तुम हो
में समझा था तुम हो
तो क्या और मांगूं
मेरी ज़िन्दगी में
मेरी आस तुम हो
यह दुनिया नहीं है
मेरे पास तो क्या
मेरा ये भरम था
मेरे पास तुम हो
मगर तुम से सीखे
मोहब्बत भी हो तू
दग़ा कीजियेगा
मुकर जाइयेगा
तेरा हाथ कल तक
मेरे हाथ में था
तेरा दिल धड़कता था
दिल में हमारे
ये मग़रूर आँखें
जो बदली हुई हैं
कभी हम ने इनके
सदके उतारे
कहीं अब मुलाक़ात
हो जाए हम से
बचा कर नज़र को
गुज़ार जाईयेगा
जीना है तेरे बिना
जीना है तेरे बिना
जीना है अब मुझको तेरे बिना