Bulleya [Trending Version]
मै कागुल से लिपटी तितली की तरह मुँहाजिर हूँ
एक पल को ठहरूँ पल में उड़ जाऊँ
वे मैं ता हूँ पगडण्डी love दी ये जो राह जन्नत की
तू मुड़े जहाँ मैं साथ मुड़ जाऊँ
तेरे कारवाँ में शामिल होना चाहूँ
कमियाँ तराश के मैं क़ाबिल होना चाहूँ
वे की कराँ वे की कराँ
राँझण दे यार बुल्लेया
सुन ले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा मुर्शिद मेरा
तेरा मुक़ाम कमले शरहद के पार बुल्लेया
परवर दिगार बुल्लेया हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा