Baaki Sab First Class Hai
हो इतना मनमोहक क्यों है
इतना सन्नाटा क्यों है
देखो ना ढलता सूरज
धीरे धीरे धीरे धीरे ढल रहा है
बाकी सब ठीक
बस चल रहा है
बाकी सब ठीक
बस चल रहा है
बाकी सब ठीक
बस चल रहा है
तू भी कुछ बोल रे पुष्पा?
बस किलोमीटर गिनते गिनते
अपना टाइम निकल रहा है
र र र होये र र र होय र र र हो हो र र रुको रुको र र
हो आगे चल के जब आये
रोड कोई ढंग का
साइड लगाना मुझे
आयी लघुशंका