Tumhi Ho Mehboob Mere
हम्म हम्म
हम्म हम्म
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
किया जो मैंने प्यार तुम्हे
मैं क्यों न इक़रार करू
मैं सारे जहाँ को ये बतादू
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
किया जो मैंने प्यार तुम्हे
मैं क्यों न इक़रार करू
मै सारे जहाँ को ये बतादू
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
तुम्हारे सिवा मैं किसी को न चाहु
मैं रब से दुआओ में तुमको ही मांगू
तुम्हारे सिवा मैं किसी को न चाहु
मैं रब से दुआओ में तुमको ही मांगू
मेरी ज़िन्दगी तू हो मेरी जान तुम हो
तुम हो तुम हो
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
किया जो मैंने प्यार तुम्हे
मैं क्यों न इक़रार करू
मैं सारे जहाँ को ये बतादू
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
किसी मोड़ पर न जुदा होंगी राहें
कभी भूल कर न चुराना निगाहे
किसी मोड़ पर न जुदा होंगी राहें
कभी भूल कर न चुराना निगाहे
मेरे हमसफ़र मेरा परमाना तुम हो
तुम हो तुम हो
तुम ही हो महबूब मेरे
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू
किया जो मैंने प्यार तुम्हे (किया जो मैंने प्यार तुम्हे)
मैं क्यों न इक़रार करू (मैं क्यों न इक़रार करू)
मैं सारे जहाँ को ये बतादू (मैं सारे जहाँ को ये बतादू)
तुम ही हो महबूब मेरे (तुम ही हो महबूब मेरे)
मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू (मैं क्यों न तुम्हे प्यार करू)