Laila Bichari [Jhankar]
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
पूछो न क्या हुआ क्यों हुआ कब हुआ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दो जवां दिल में जो होता है सब हुआ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ताका ताकि झखा झखि देखा देखि हो गयी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
लड़की थी कमसीन देखते ही खो गयी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
फिर क्या हुआ मामा आ उ
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
पढने को आयी कुछ और सबक कुछ और ही पढ़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
वो तो चतुर चालाक बड़ी थी किसने उसे बनाया
अरे नाच नचाती थी वो सबको किसने उसे नचाया
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
एक जवान छेला अलबेला अपने शहर में आया
प्यार की उसने प्यास जगा दी ऐसा जादू चलाया
मजनू बिचारा क्या करता के लैला खुद पीछे पड़ गयी
पढने को आयी कुछ और सबक कुछ और ही पढ़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
ज़त पट छत पट नट खत प्रेमी प्यार के तट पहुचे
बंसी की धुन सुन राधा क्यू जमुना तट पहुचे पहुचे पहुचे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
जवान उम्र का लड़का है और लड़की नादान नादान
कैसे इनमे प्यार हो गया सोच के मैं हैरान
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
किसी से भी हो सकता है ये प्यार तो है बस प्यार
प्यार तो कोई सीमा ना माने ना कोई दीवार
सासासासासा रेरेरेरेरेरेरे सासासासासा रेरेरेरेरेरेरे
आशिको की यही आरज़ू दोनों युही रहे रूबरू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
अल्लाहु अल्लाहू अल्लाहू हूअल्ला हूअल्ला हूअल्ला
पधनिसा धनिसाग निसागप सागप
निध निध निध निध निध धनि गपम
गपग सागसा निसानि धनिप धनिसा गप निधसा
पगसा निसा धनिसा पगसा निसा धनिसा पगसा निसा
आ उ
प्रीत बड़ी ज़िद वाली की जिस पर अड़ गयी अड़ गयी
पढने को आयी कुछ और सबक कुछ और ही पढ़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी हाँ
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी
लैला बिचारि का करती नजरिया मजनू से लड़ गयी