Kaali Kaali Raaton Mein
काली काली रातों में
छोड़के मुझे तन्हा
किस गली में जाते हो तुम
अब तुम्हारा चेहरा ही
हाल दिल बताता है
राज क्या छुपाते हो तुम
मैं हूं सब जनता
क्या है ये माज़रा
ये सनम ये क्या करते हो
कभी मुझसे कभी औरो से मिला करते हो
कभी मुझसे कभी औरो से मिला करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
खुद ही गम देते हो और खुद ही दवा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
जानता हूं तेरे दिल में क्या फितूर है
कि तू सही गलत के दायरे से दूर है
जानता हूं तेरे दिल में क्या फितूर है
कि तू सही गलत के दायरे से दूर है
चाहे तू जहां भी खुद पे लिबास कर
मेरा ही निशान होंगे तेरे जिस्म पर
के हस रहा है इश्क तेरा बेवफाई पर
हैं सनम ये क्या करते हो
बड़े मासूम तरीके से दगा करते हो
कभी मुझसे कभी औरो से मिला करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
नींद ही जो छीनले तू ऐसा ख्वाब है
की जिसमे ज़हर है मिला तू वो सराब है
नींद ही जो छीनले तू ऐसा ख्वाब है
की जिसमे ज़हर है मिला तू वो सराब है
आई हैं पसंद पैसे की चमक तुझे
मुझसे दूर ले चली है ये सड़क तुझे
सिखा रही हैं रोज तू नया सबक मुझे
ये सनम ये क्या करते हो
दिलों से खेलना शौक रखा करते हो
कभी मुझसे कभी औरो से मिला करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
खुद ही गम देते हो और खुद ही दवा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो
यार तुम भी हो गजब खूब वफ़ा करते हो