Ghoonghat Ki Aadh Se [Jhankar]
घूंघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
घूंघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े आशिक की नज़र
जब तक ना पड़े आशिक की नज़र
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का
घूंघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना मिले नज़रों से नज़र
जब तक ना मिले नज़रों से नज़र
इकरार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
गोरे मुखड़े से घूंघट हटाने दे
घडी अपने मिलन की तोह आने दे
मेरे दिल पे नहीं मेरा क़ाबू है
कुछ नहीं यह तोह चाहत का जादू है
बढ़ती ही जाती है सनम प्यार की यह बेखुदी हो
दो प्रेमियों के ना मिलने से
संसार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े आशिक की नज़र
जब तक ना पड़े आशिक की नज़र
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
हाँ दिलबर का दिलबर का दिलबर का
बाग में गुल का खिलना ज़रूरी है
हा मोहब्बत में मिलना ज़रूरी है
पास आने का अच्छा बहाना है
क्या करूँ मैं के मौसम दीवाना है
दिल मेरा धड़काने लगी अब तोह यह दीवानगी हो
बिना किसी यार के जानेजा
यह प्यार अधूरा रहता है
जब तक ना मिले नज़रों से नज़र
जब तक ना मिले नज़रों से नज़र
इकरार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का
घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े आशिक की नज़र
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
हाँ दिलबर का दिलबर का दिलबर का
हाँ दिलबर का दिलबर का दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का
हो दिलबर का दिलबर का दिलबर का
हाँ दिलबर का दिलबर का दिलबर का
दिलबर का दिलबर का दिलबर का