Faraar
सलाखे..टूट्त ती जो नही
इश्क़ से वू, पिघल जाती है
सलाखे..टूट्त ती जो नही
इश्क़ से वू, पिघल जाती है
मंज़िलो का कोई पता नही
रास्ते पर निकल जाते है
आऊ
अभी उडद जाए कहीं
हवओ मई इश्क़ है
हवओ पे रोक नई
पाबंदियाँ नही हो जहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
इत्टई यारियाँ नई हो जाहान
यूयेसेस पर जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
नफ़ारमनी मई कोई बात है
तू अगर मेरे साथ है
आज़ादी की लड़ाई कसिए
सोचा था, हम आज़ाद है
आऊ..अभी चीप जाएँ कहीं
तोड़ा गुम हो जाएँ
मिल जाएँ कुढको हिी
सौ ग़लतियाँ जहाँ हो वहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
रे परवाहियाँ जहाँ हो वहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
सर्घोशियाँ आसक़ीको की
अफ़्वाओं से बुलंद है
अब रिहाइइ है लाज़मी
जब कुधा भी रज़ामंद है
आऊ..
अभी उडद जाए खाईं
हवओ मई इश्क़ है
हवओ पे रोक नई
गुस्तकियाँ जहाँ हो वहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
नादानियाँ नहीं हो जहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
पाबंदियाँ जहाँ हो वहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
सौ ग़लतियाँ जहाँ हो वहाँ
यूयेसेस पार जायेंगे
फरार हो जायेंगे
फरार हो जायेंगे
आआ आआ