Aawargi
हा आ आ आ आ आ
तड़पे दिल भीगी ये नज़र
मुझसे कहे शाम ओ सेहर
कोई है खला रात दिन सीने में
अश्कों का ले के शगुन
रहूँ खुद में ही मैं मगन
मेरी अब तू है यही दीवानगी
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
आवारगी
आवारगी
आ आ आ हा आ आ
मुझमे रहने का तू कर ले फैसला
मैं हूँ तेरा तू है मेरा बाखुदा
तू ही मुर्शिद तू मुरब्बी है मेरा
तू अकेला ही है मेरा काफिला
मेरी अब तो है यही दीवानगी
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
मैं हूँ दिल है और आवारगी है
आवारगी
आवारगी
आ आ आ हा आ आ