Zakhm Jo Aapki
ज़ख़्म जो आप की इनायत है
ज़ख़्म जो आप की इनायत है, इस निशानी को नाम क्या दे हम
प्यार दीवार बन के रह गया है, इस कहानी को नाम क्या दें हम
आप इल्ज़ाम धर गये हम पर, एक एहसान कर गये हम पर
आप इल्ज़ाम धर गये हम पर, एक एहसान कर गये हम पर
आप की ये भी मेहरबानी है, मेहरबानी को नाम क्या दें हम
प्यार दीवार बन के रह गया है, इस कहानी को नाम क्या दें हम
आपको यूँ ही ज़िन्दगी समझा, धूप को हमने चाँदनी समझा
आपको यूँ ही ज़िन्दगी समझा, धूप को हमने चाँदनी समझा
भूल ही भूल जिस की आदत है, इस जवानी को नाम क्या दें हम
प्यार दीवार बन के रह गया है, इस कहानी को नाम क्या दें हम
रात सपना बहार का देखा, दिन हुआ तो ग़ुबार सा देखा
रात सपना बहार का देखा, दिन हुआ तो ग़ुबार सा देखा
बेवफ़ा वक़्त बेज़ुबाँ निकला, बेज़ुबानी को नाम क्या दें हम
प्यार दीवार बन के रह गया है, इस कहानी को नाम क्या दें हम