Shyam Abhimani
श्याम अभिमानी
ओ श्याम अभिमानी
श्याम अभिमानी
ओ श्याम अभिमानी
तुम तो भए मथुरा के राजा
रोती रही राधा रानी
ओ दीवानी आरी दीवानी
ओ दीवानी आरी दीवानी
राजा हुआ मैं लोगो का लेकिन
राधा मेरे मन की रानी
श्याम अभिमानी ओ श्याम अभिमानी
ओ दीवानी आरी दीवानी
अच्छा ये तो बताओ साँवरे
काहे छोड़ा गोकुल गाँव रे
काहे छोड़ा गोकुल गाँव रे ओ ओ ओ ओ
जिस बसि के थे सब बावरे
वही कर गई मन में घाव रे
वही कर गई मन में घाव रे
बनाते हो तुम दिनों के
बंधू नारी की पीड़ा न जानी
श्याम अभिमानी ओ श्याम अभिमानी
ओ दीवानी आरी दीवानी
मेरी बंसी में जितने गीत है
सब राधा के मनमित है
सब राधा के मनमित है ओ ओ ओ ओ
कब राधा अलग है श्याम से
वो तो जुड़ गई है मेरे नाम से
वो तो जुड़ गई है मेरे नाम से
चन्दा में ज्योति सीपी में मोती
सागर में जैसे हो पानी
ओ दीवानी आरी दीवानी
श्याम अभिमानी ओ श्याम अभिमानी
ओओओओओओओओ
श्यामा नीति की बातें छोड़ दो
देखओ टूटे दिल को जोड़ दो
देखओ टूटे दिल को जोड़ दो ओओओओओ
कुछ ऐसी ही थी मजबूरियाँ
जो बढ़ गई अपनी दूरियां
राधा बढ़ गई अपनी दूरियां
सुबह का भूला सध्या जो लौटे
कहते है सब उसको ग्यानी
श्याम अभिमानी ओ श्याम अभिमानी
श्याम अभिमानी ओ श्याम अभिमानी
राधा रे राधा रे राधा रे राधा रे
कान्हा रे कान्हा रे कान्हा रे कान्हा रे
राधा रे राधा रे राधा रे राधा रे
कान्हा रे कान्हा रे कान्हा रे कान्हा रे
राधा रे कान्हा रे राधा रे राधा रे कान्हा रे राधा रे