Raat Bheegi Jaye
रात भीगी जाये झूम रही है घटा
आ प्यार करले छा रहा है नशा
न न न न कहु मैं कैसे है
के मेरा दिल तेरी बाते माने न
रात भीगी जाये झूम रही है घटा
आ प्यार करले छा रहा है नशा
आ आ आ
हम्म हम्म आ आ आ
सिया बादलों से बरसता ये पानी
तरसती रहे क्यों हमारी जवानी
मोहब्बत में ऐसे बहकना बुरा है
कोई देर तरसे यही तो मज़ा है
अभी न पास आ मुझे न यु सता
के मेरा दिल कापे क्यों ये जाने न
रात भीगी जाये
झूम रही है घटा
आ प्यार करले छा रहा है नशा
तड़पते इशारे मचलती निगाहे
हमें सब पता है
ये जो कुछ भी चाहे
सुनो कह रहे है नषीले अँधेरे
बहुत दिन से प्यासे है
बाहों के घेरे
तो रहे क्यों जुदा मिठे ये फैसला
के चाहे दिल क्या क्या माने न
हाँ रात भीगी जाये झूम रही है घटा
आ प्यार करले छा रहा है नशा