Prem Pujarin Maang Mein Bharke
प्रेम पुजारन आंचल में ममता भरके लाई रे
जागो हे घनश्याम यशोदा तुम्हें जगाने आई रे
हम्म हम हम्म हम्म
हम्म हम हम्म हम्म
प्रेम पुजारन मांग में भरके
प्रेम पुजारन मांग में भरके
भोर की लाली लाई रे
गले लगालो श्याम के राधा
शरण तिहारी आई रे
आई रे प्रेम पुजारन
तोरी प्रीत के
तोरी प्रीत के लहराते सागर में
भरलु मन की गागर
सदा शरण में रखियो रे हमको
ताजियो न गिरधर नागर
जनम जन्म तक साथ रहो बनकर तोरी परछायी रे
आई रे प्रेम पुजारन मांग में भरके
भोर की लाली लाई रे
गले लगालो श्याम के राधा
शरण तिहारी आई रे
आई रे प्रेम पुजारन
हम निर्गुण है
हम निर्गुण है क्या जाने गुन तेरे
क्या जाने तेरी माया
अंधियारे में भटके हुए को तूने पथ दर्शाया
हमको भी उजियारा देदे
तू पर्वत मैं राही रे
आई रे प्रेम पुजारन मांग में भरके
भोर की लाली लाई रे
गले लगालो श्याम के राधा
शरण तिहारी आई रे
आई रे प्रेम पुजारन