Mera Janam Kisi Ko Rulaaye Naa Meri Laaj Ko Aaj Bacha Lena
सखी नारी के सात परताप को हो देवों ने जब माना
क्यों न जलेगा फिर पल भर मे
ये लोहे का धाना
मेरा जनम किसी को रुलाएं ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
मेरा जनम किसी को रुलाएं ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
भगवानअभी मै थारी हु
और मात पिता की प्यारी हु
मात पिता की प्यारी हु
भगवान अभी मै थारी हु
और मात पिता की प्यारी हु
मात पिता की प्यारी हु
कोई उन पर आंच लगाये ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
मेरा जनम किसी को रुलाएं न
मेरी लाज को आज बचा लेना
जब जनम दिया तो हसने दो
मुझको भी जग में बस्ने दो
जब जनम दिया तो हसने दो
मुझको भी जग में बस्ने दो
मुझको भी जग में बस्ने दो
मन जिसका पछताये ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
मेरा जनम किसी को रुलाएं ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
मन में आग लगी
नैनो से आँखों तले थाल रा तले थाल रा
लोहा गल गल जा
मेरी हार मुझे तड़पाये ना
मेरी लाज को आज बचा लेना
मेरा जनम किसी को रुलाएं ना
मेरी लाज को आज बचा लेना