Hum Panchhi Ek Daal Ke [Pt.2]
हम पंछी एक डाल के एक डाल के
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
जी बोलें जी बोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
हम पंछी एक डाल के एक डाल के
पूरब है फिर देने वाला
हो पूरब है फिर देने वाला
सारी दुनिया को उजियाला
सारी दुनिया को उजियाला
चलो बंधुओं उड़ कर जाएँ
द्वार गगन के खोलें
जी खोलें जी खोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
जी बोलें जी बोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
हम पंछी एक डाल के एक डाल के
उठ न सके जो अब तक सो के
अब तक सो के
पा न सके जो सब कुछ खो के
सब कुछ खो के
उठ न सके जो अब तक सो के
पा न सके जो सब कुछ खो के
उनके जीवन हम वापर
नव जीवन रस घोलें
जी घोलें जी घोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
बोली अपनी अपनी बोलें
जी बोलें जी बोलें
संग संग डोलें जी संग संग डोलें
हम पंछी एक डाल के एक डाल के