Aji Biwi Ko Ghar Pe Bithla Ke
हा हा जा जा हा हा हे हे
अजी बीवी का घर बितला के
तुम भर क्यो जाते हो
घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
अजी बीवी का घर बितला के
तुम भर क्यो जाते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
बात बात पे शक करना
ये औरत का ही हिस्सा है
बात बात पे शक करना
ये औरत का ही हिस्सा है
मिया बीवी का झगड़ा
तो बड़ा पुराना किस्सा है
ज़रा कहो तो इस झगदे की
नोबट ही क्यो लाते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
जानम ही झगाड़ालु है
इस दुनिया की हर सिरी माटी
क्यो ना रहे कुवारे फिर
तुम कहे को फिर बने पति
पति बने तो अब सिरी माटी से
आँख क्यू चुराते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यूँ खाते हो
अजी बीवी का घर बितला के
तुम भर क्यो जाते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
शादी का मतलब क्या
तुम को बाँध के रहक ले पाले से
ओ शादी का मतलब क्या
तुम को बाँध के रहक ले पाले से
दुनिया क्या क्या कहती है
ज़रा पूछो गली मोहाले से
सुबा के निकले कहा से
आधी आधी रात को आते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
हा हा जा जा हा हा हे हे
कभी कमाए खाओ तो तुम जानो मेहनत मर्दो की
कभी कमाए खाओ तो तुम जानो मेहनत मर्दो की
ले देके बीएस यही हे इक पौधों के तुम बेदर्दो की
२४ घंटे खिदमत लेकर भी एहसान जताते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो
अजी बीवी का घर बितला के
तुम भर क्यो जाते हो
जब घर मे चुलाहा जलता है
तो फिर होटल मे क्यू खाते हो