वालम [Unplugged]
मेरे प्रीत लावजो म्हारी हाथो वालिड़ा
पन वेलेरा तमे आवजो मारा वालम वालिड़ा
तमे लाल नो दरीयो होवे तरसा वालीड़ा
के वेले रात मै आवजो
हो तेरा पिया इतना हसीन
कैसे, मुझसे पूछे ये आइना
मेरा ही है क्या ये नसीब
अब भी यक़ीन आए ना
मैं तेरी नज़र उतारू
तुझे जग से संभालू
कोई आँच तुझपे आए ना
तुझे जितना मैं प्यार करूँ यारा
किसी और से ना किया किया किया किया
ओ तुझे टूट के जो मैने नही चाहा
तो प्यार ही क्या किया हो
तुझे जितना मैं प्यार करूँ यारा
किसी और से ना किया हो
मेरे प्रीत लावजो म्हारी हाथो वालिड़ा
पन वेलेरा तमे आवजो
हो रेशम के धागे पेड़ों पे बाँधे
मैने कहाँ थे कभी
पर आसमान में अपने सितारे
जुड़ ही गये फिर भी
मैं तेरी नज़र उतारू
तुझे जग से संभालू
कोई आँच तुझपे आए ना
तुझे जितना मैं प्यार करूँ यारा
किसी और से ना किया किया किया किया
ओ तुझे टूट के जो मैने नही चाहा
तो प्यार ही क्या किया हो
मेरे प्रीत लावजो म्हारी हाथो वालिड़ा
पन वेलेरा तमे आवजो मारा वालम वालिड़ा
हु प्रेम ने म्हारो तारो उड़ता पंखिड़ा
के वेले रात में आवेजो