Sooiyan
दिल मर्द ज़ात है, बदमाश बात है
सोचो क्या सोचु मैं
सर्दी की रात है, एक आग साथ है
सोचो क्या सोचु मैं
दो लफ़्ज़ों की चिंगारियाँ
होठों से ना छोड़ो
यूँ बेशर्मी की राह पे
बातों को ना मोडो हाए
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी अब तो लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी लगी लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी अब तो लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी लगी लगी चुभने हाए
तुझे बहती हवा जो सहलाए रे हाए
दिल जल के धुआँ हो जाए रे
मैं तो खुद से खफा हूँ
मेरी जवानी तेरे ज़रा भी क्यूँ ना
काम आए रे, हाए रे
तरसाए रे हाए रे
हम्म यूँ ग़लत पाते पे चिट्ठियां
भेजू मैं नैनो की
तुझे मेहेंगा पड़ेगा जो ये
हरक़त ना तूने रोकी
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी क्यूँ है लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी यूँ ही लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी क्यूँ है लगी चुभने
हो तन में सूइयां सूइयां सी
सूइयां सूइयां सी यूँ ही लगी चुभने
बदमाश साथ है, आगे हवालात है
सोचो क्या सोचु मैं
सर्दी की रात है, एक आग साथ है
सोचो क्या सोचु मैं
हे हम्म आ
हे या हो हो हे