Wo Zulfein Bekhere Wo Masti Lutaye Wo Ban Kar Qayamat Chale Aa Rahe Hain
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए
वो बनकर क़यामत चले आ रहे हैं
ख़ुदाया मेरे ज़ॅप्ट की लाज रखना
मेरे दिल पे क्या क्या सितम ढा रहे हैं
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए
वो चेहरे पे सुर्खी ज़ाबी पे पसीना
वो ज़ूलफे मुअकर परिशा परिशा
वो चेहरे पे सुर्खी ज़ाबी पे पसीना
वो ज़ूलफे मुअकर परिशा परिशा
अदा बहकी बहकी नज़र सहमी सहमी
निगाहे मिलने से कटरा रहे है
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए
जो लिखते थे मुझको सलामे मोहब्बत
मेरे पास आए जो बेचैन हो कर
जो लिखते थे मुझको सलामे मोहब्बत
मेरे पास आए जो बेचैन हो कर
ये उनकी अदा है के उनकी हया है
गले लग गये है तो घबरा रहे हैं
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए
मुझे फकर था अपनी उस बेरूख़ी पर
मुझे नाज़ था अपनी सदडिली पर
मुझे फकर था अपनी उस बेरूख़ी पर
मुझे नाज़ था अपनी सदडिली पर
वो जिसके तसवउर से मैं था गुरेज़ा
मेरे दिल की दुनिया पे वो च्छा रहे हैं
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए
वो बनकर क़यामत चले आ रहे हैं
ख़ुदाया मेरे ज़ॅप्ट की लाज रखना
मेरे दिल पे क्या क्या सितम ढा रहे हैं
वो ज़ूलफे बिखेरे वो मस्ती लुटाए