Ae Sanam Tujhse Main Jab
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
ये मिलन और ये हसी
रात ना जाने कब हो
आज के बाद मुलाकात
ना जाने कब हो
अब तेरे शहेर मुसाफिर
की तारा ह अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
चाँद के ाश्क़ में
सूरज की हसी किरानो में
ज़ील के आईने में
रहते हुए ज़र्नो में
इन्न नॅज़ारो में तुझे
मैं ही नज़र अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद जब आएगी वो
पहली मुलाकात तुझे
और मुहब्बत के फसाने
की हर एक बात तुझे
तेरे ख्वाबों में
ख़यालो में चला अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
तुझको इश्स गीत का हर
शेर करेगा बेकल
मेरी याद आएगी जब
भी तुझ आए जाने गाज़ल
नगमा बन बनके
ख़यालात पे च्छा जौंगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा
याद रखना के तुझे
याद बहोट अवँगा
आए सनम तुझसे मैं
जब डोर चला जवँगा