Tujh Pe Dil Haar Ke
AMAAL MALLIK, KUAL VERMAA
ओ हे हे हे हे हे (हे हे हे हे)
शामों से दोस्ती
रातों से यारीआं
शायद ये प्यार की
है निशानियां
आँखों को हर जगह
चेहरा दिखे तेरा
पहली दफ़ा रुकी
सांस ये किसी नाम पे
तुझ पे दिल हार के
मैं मिला प्यार से
बिन तेरे जो जिए पल
सारे बेकार थे
तुझ पे दिल हार के
में मिली प्यार से
बिन तेरे जो जिए पल
सारे बेकार थे
तुझसे यह बींन कहें
वादा है कर लिया
जो भी हो कल मेरा
रहेगा मेरा दिल तेरा
तू हमसफ़र मेरा मैने मेरी
राहों से कह दिया
मैं साथ में तेरे
चलूँगा सदा साथिया
तेरा सिवा मुझे कुछ भी ना याद हो
जिसमे हो तू जुदा देखु ना ख्वाब वो
कभी ख़तम ना हो यह तेरी मेरी चाहते
तुझ पे दिल हार के
में मिली प्यार से
बिन तेरे जो जिए पल
सारे बेक़ार थे
तुझ पे दिल हार के
में मिली प्यार से
बिन तेरे जो जिए पल
सारे बेक़ार थे
उ उ उ उ उ उ (उ उ उ)