Is Shehre Namurad Ki Izzat Karega Kaun
Zaheer Alam
इस शहर-ए-नामुराद की इज्जत करेगा कौन
अरे हम भी चले गए तो महोब्बत करेगा कौन
इस घर की देखभाल को वीरानियां तो हो
जाले हटा दिए तो हिफासत करेगा कौन
मुझको कतली कर डालो शौक से मगर सोचो
मेरे बाद तुम किस पर
ये बिजलियां गीराओगे