Dil Ki Halat Ko Koi Kya Jane
ये कैसा ऐ निखरते बादलो तुम पर शबाब आया
कोई ईमान खो बैठा कोई ईमान ले आया
फ़रिश्तों की इबादत से बताओ दुश्मनी क्यूँ है
किसी के वास्ते कोई तड़प कर जान दे आया
दिल की हालत को कोई क्या जाने
दिल की हालत को कोई क्या जाने
या तो हम जाने या ख़ुदा जाने
दिल की हालत को कोई क्या जाने
सुबह के साथ हैं हसीं किरनें
रातें सज जाये चाँद तारों से
सुबह के साथ हैं हसीं किरनें
रातें सज जाये चाँद तारों से
एक हम हैं के क्या मुक़द्दर है
एक हम हैं के क्या मुक़द्दर है
कोई रिश्ता नहीं बहारों से
काश दे दें हाय
काश दे दें सुक़ून वीरानें
या तो हम जाने या ख़ुदा जाने
दिल की हालत को कोई क्या जाने
क्या सितम है के मोतिया बूँदें
कच्चे ज़ख़्मों को गुदगुदाती हैं
क्या सितम है के मोतिया बूँदें
कच्चे ज़ख़्मों को गुदगुदाती हैं
इन घटाओं का क्या करे कोई
जो सदा ख़ून ही रुलाती हैं
अब कहाँ जायें हाय
अब कहाँ जायें जी को बहलाने
या तो हम जाने या ख़ुदा जाने
दिल की हालत को कोई क्या जाने
या तो हम जाने या ख़ुदा जाने
दिल की हालत को कोई क्या जाने