Mere Liye Woh [2]
Behzad Lakhnavi, Anil Biswas
मेरे लिए वो ग़म ए इंतज़ार छोड़ गए
मेरे लिए वो गम ए इंतज़ार छोड़ गए
गए तो एक अनोखी बहार छोड़ गए
गए तो एक अनोखी बहार छोड़ गए
हज़ार कुछ हो मेरा दिल पलट नहीं सकता आ
हज़ार कुछ हो मेरा दिल पलट नहीं सकता आ
उन्हीं की होंठों में दिल बेक़रार छोड़ गए
उन्हीं की होंठों में दिल बेक़रार छोड़ गए
इसी ख्याल से काँपा किया था दिल मेरा आ
इसी ख्याल से काँपा किया था दिल मेरा आ
यही हौवा के वो अंजाम ए कर छोड़ गए
यही हौवा के वो अंजाम ए कर छोड़ गए
मुझे ये गम है की मेरी ज़ुबान ने कुछ ना कहा
मुझे ये गम है की मेरी ज़ुबान ने कुछ ना कहा
मुझे कहे बिन देवान ए गर छोड़ गए
मुझे कहे बिन देवान ए गर छोड़ गए
गए तो एक आँखों बहार छोड़ गए
मेरे लिए वो गम ए इंतज़ार छोड़ गए