Mere Malik Meri Kismat Ko
Hafiz Khan, Shevan Rizvi
मेरे मलिक मेरी किस्मत को जब तूने लिखा होगा
मेरे मलिक कभी तू हंस दिया होगा
कभी तू रो दिया ओ मेरे मलिक
घमो से आँसुओ से दर्द से आहो से नलो से
घमो से आँसुओ से दर्द से आहो से नलो से
आहो से नालो से
बनाकर दिल मेरे सिने के अंदर रख दिया होगा
मेरे मलिक मेरी किस्मत को जब तूने लिखा होगा
मेरे मलिक
तेरी दुनिया की जानिब जब कदम मेरे उठे होंगे
तेरी दुनिया की जानिब जब कदम मेरे उठे होंगे
कदम मेरे उठे होंगे
ना हँसने पाऔ मैं दुनिया से तूने खा दिया होगा
ओ मेरे मलिक मेरी किस्मत को जब तूने लिखा होगा
मेरे मलिक
खुशी कोई ना जब तेरे ख़ज़ाने मे बची होगी
खुशी कोई ना जब तेरे ख़ज़ाने मे बची होगी
भिगोकर आँसुओ मे प्यार मुझको दे दिया होगा
ओ मेरे मलिक मेरी किस्मत को जब तूने लिखा होगा
ओ मेरे मलिक