Koplein Phir Phoot Aayin
कोपलें फिर फूट आई
कोपलें फिर फूट आई
शाख पर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई
शाख पर कहना उसे
वो ना समझा
है ना समझेगा
वो ना समझा
है ना समझेगा
मगर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई
वक़्त का तूफान
हर एक शै बहा कर ले गया
वक़्त का तूफान
हर एक शै बहा कर ले गया
कितनी तन्हा हो गयी है
रहगुज़ार कहना उसे
वो ना समझा
है ना समझेगा
वो ना समझा
है ना समझेगा
मगर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई
जेया रहा है छ्चोड़ कर
तन्हा मुझे जिसके लिए
जेया रहा है छ्चोड़ कर
तन्हा मुझे जिसके लिए
चैन ना दे पाएगा
सीम-ओ-ज़र कहना उसे
वो ना समझा
है ना समझेगा
वो ना समझा
है ना समझेगा
मगर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई
रिस रहा हो खून
दिल से लब मगर हंसते रहें
रिस रहा हो खून
दिल से लब मगर हंसते रहें
कर गया बर्बाद मुझको
कर गया बर्बाद मुझको
यह हुनर कहना उसे
वो ना समझा
है ना समझेगा
मगर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई
जिसने ज़ख़्मों से मेरा
शहज़ाद सिईना भर दिया
जिसने ज़ख़्मों से मेरा
शहज़ाद सिईना भर दिया
मुस्कुरकर आज प्यारे
मुस्कुरकर आज प्यारे
चरागर कहना उसे
वो ना समझा
है ना समझेगा
वो ना समझा
है ना समझेगा
मगर कहना उसे
कोपलें फिर फूट आई