Duniya Kisi Ke
द र र रा रा रा रा
आ,आ,आ,आ,आ,आ (आ,आ,आ,आ)
बुलबुल ने गुल से गुल ने बहारों से कह दिया
आ,आ,आ,आ, (आ,आ,आ,आ)
बुलबुल ने गुल से गुल ने बहारों से कह दिया
एक चौदवीं के चाँद ने तारों से कह दिया
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
एक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
एक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में
भूले से मुस्कुराओ तो मोती बरस पड़ें
भूले से मुस्कुराओ तो मोती बरस पड़ें
पलकें उठाके देखो तो कलियाँ भी हंस पड़ें
पलकें उठाके देखो तो कलियाँ भी हंस पड़ें
खुशबू तुम्हारी ज़ुल्फ़ की फूलों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
एक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में
तुम बादशाह-इ-हुस्न हो हुस्न-इ-जहां हो
तुम बादशाह-इ-हुस्न हो हुस्न-इ-जहां हो
जान-इ-वफ़ा हो और मोहब्बत की शान हो
जान-इ-वफ़ा हो और मोहब्बत की शान हो
जलवे तुम्हारे हुस्न के तारों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
एक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं
दुनिया किसी के प्यार ओ ओ