Ab Talak
अब तलक उसी मोड़ पे
खड़ा हूँ मैं
जिस मोड़ से तू
कभी मुड़ गया
अब तलक उसी मोड़ पे
खड़ा हूँ मैं
जिस मोड़ से तू
कभी मुड़ गया
धूप आयी छाव आयी
बारिशें भी लौट आई
धूप आयी छाव आयी
बारिशें भी लौट आई
तू ना जाने कहाँ रुक गया
अब तलक उसी मोड़ पे
खड़ा हूँ मैं
जिस मोड़ से तू
कभी मुड़ गया
ऐतबार पे तेरे ही
है टिकी ज़िन्दगी
इंतज़ार में तेरे ही
बैठी है मेरी हर ख़ुशी
याद हूँ या भूल गए
साथ हूँ या छोड़ गए
मौसम की तरह इरादे तुम्हारे
मौसम की तरह हर वादे तुम्हारे
कही पे बदल तो गए ना
अब तलक उसी मोड़ पे
खड़ा हूँ मैं
जिस मोड़ से तू
कभी मुड़ गया
अब तलक उसी मोड़ पे
खड़ा हूँ मैं
जिस मोड़ से तू
कभी मुड़ गया