Jawan Hoon
Ahmed Wasi, C Arjun
जवाँ हूं
मैं भी जानेजाँ अगर तू खूबसूरत है
मुझे तेरी ज़रूरत है
तुझे मेरी ज़रूरत है
जवाँ हूं मैं भी जानेजाँ
मैं तेरे जलवों से चाहत की दुनिया
आबाद कर लूँगा
ए में तेरी ज़ुल्फ़ों की खुश्बू चुराकर
नींदो मे भर लूँगा
मेरा दिल
कह रहा है तू
वफ़ा की एक मूरत है
मुझे तेरी ज़रूरत है
तुझे मेरी ज़रूरत है
जवाँ हूं मैं भी जानेजाँ
ए मालूम क्या था की एक दिन हमारा
ऐसे मिलन होगा
बाहों मे मेरी मचलता लजाता
तेरा बदन होगा
जिगर का
दर्द मिटने की
यही तो एक सूरत है
मुझे तेरी ज़रूरत है
तुझे मेरी ज़रूरत है
जवाँ हूं मैं भी जानेजाँ