Dil Kya Kare
तुम पास हो तो यह लगता है
मिल गई हर ख़ुशी
तुमसे जुदा होके लगता है
हर ख़ुशी खो गई
ओ ऊँची ऊँची दीवारों सी
इस दुनिया की रस्मे
ना कुछ तेरे बस में जुली
ना कुछ मेरे बस में
दिल क्या करे जब किसी से
किसी को प्यार हो जाए
जाने कहाँ कब किसी को
किसी से प्यार हो जाए
जाने क्या होने लगा है मुझको
ना है कोई ख़बर
क्यूँ नींद से दूर जाने लगी है
हाय ये मेरी नज़र
हो रोक नहीं सकती नज़रों को
दुनिया भर की रस्मे
ना कुछ तेरे बस में जुली
ना कुछ मेरे बस में
दिल क्या करे जब किसी से
किसी को प्यार हो जाए
जाने कहाँ कब किसी को
किसी से प्यार हो जाए