Kabhi Mushkil
Sameer
ये तख्तों ताज कर आगे झुकता नहीं
रस्मों रिवाज़ के आगे झुकता नहीं
ये आंधी बनके एक दिन टकराए दुनिया से
वो प्यार नहीं सच्चा जो डर दुनिया से ए ए
आ आ आ आ आ
रोके किसी के ना रुके
रोके किसी के ना रुके ये तो ऐसा तूफ़ान है
प्यार तो एक इम्तिहान है
प्यार तो एक इम्तिहान है
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ