Pehli Dafa
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या
मैं मुझ में नहीं हुआ जाने क्या
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या
मैं मुझ में नहीं हुआ जाने क्या
अक्सर ख्यालों में दिल सोचता
तुझसे है शायद कोई वास्ता
फिर से तू आये रूबरु
ख्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझपे मैं होने लगा
आ हम्म्म
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या
ओस की बूंदों में अक्स तेरा
साया तेरा चेहरा तेरा
रंग धुप से भी है सुनहरा
जिसपे ठहरा मन ये मेरा
गुज़री है छू कर के आरज़ू
फिर से तू आये रूबरु
ख्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझपे मैं होने लगा
आ हम्म्म
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या
अस्सी हर पल मिलकर जाना हो
तुझ बिन च्च सेही कर जाना हो
अस्सी हर पल मिलकर जाना हो
तुझ बिन च्च सेही कर जाना हो
हो परियों से भी ज़्यादा है तू हसीन
दिलनशीं हुआ यक़ीं
दीवारों पे तूने मेरे दिल की
दस्तक दी दूर से ही
हर पल तेरी है जुस्तजू
फिर से तू आए रूबरू
ख्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझपे मैं होने लगा
आ हम्म्म
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या