Nani Maa
पलकें न भीगोना
न उदास होना
तुझको है कसम मेरी
अब कभी न रोना
पलकें न भीगोने
न उदास होना
तुझको है कसम मेरी
अब कभी न रोना
तूने मुस्कान दी
सब को पहचान दी
सबपे वार दी ज़िन्दगी
दुःख सबके लिए दी है
सब को ख़ुशी
कोई शिकवा किया न कभी
सूरज चंदा
ज़मीन आसमान
कोई तुझसा नहीं है यहाँ
नानी माँ नानी माँ
नानी माँ नानी माँ
ओ नानी माँ
पलकें न भीगोना
न उदास होना
तुझको है कसम मेरी
अब कभी न रोना
मेरी माँ भी बुलाये
तुझे केह के माँ
तेरा दर्जा है रब
से भी ऊँचा यहाँ
मेरी माँ भी बुलाये
तुझे केह के माँ
तेरा दर्जा है रब
से भी ऊँचा यहाँ
तेरे आँचल में
धुप है साया
तूने ही जीना
सब को सिखाया
सबपे लुटाती है जान
नानी माँ नानी माँ
नानी माँ नानी माँ
ओ नानी माँ
चोट खाती रही
ज़ख्म सीती रही
तू तोह औरों की
खातिर ही जीती रही
चोट खाती रही
ज़ख्म सीति रही
तू तोह औरों की
खातिर ही जीती रही
तूने खुद को न पहचाना
मोल तेरा तूने न जाना
तेरे दम से दोनों जहाँ
नानी माँ नानी माँ
नानी माँ नानी माँ
ओ नानी माँ
नानी माँ ओ नानी माँ
पलकें न भीगोने
न उदास होना
तुझको है कसम मेरी
अब कभी न रोना