Rab Ruseya
Shellee
राहों पे दिल फिर देख आवारा
तय किया इश्क़ ने और मैं हारा
लिखा तक़दीर में था ये नज़ारा
टूटा आसमां से मैं वो तारा
रब रुसेया, जग रुसेया
मेरे होंण द सबब रुसेया
रब रुसेया, जग रुसेया हम्म
रब रुसेया, जग रुसेया
मेरे होंण द सबब रुसेया
रब रुसेया, जग रुसेया हम्म हा हो
नैनों से बार बार वे
बहे जो ज़ार ज़ार वे
भेद इश्क़े द खुल गया सारा
तीर आर पार वे हुआ दिल के पार वे
सौ सौ बार ये दिल तुझपे वारा
बिन तेरे होना कैसे गुज़ारा
लिखा तक़दीर में था ये नज़ारा
टूटा आसमां से मैं वो तारा
रब रुसेया, जग रुसेया
मेरे होंण द सबब रुसेया
रब रुसेया, जग रुसेया हम्म
रब रुसेया, जग रुसेया
मेरे होंण द सबब रुसेया
रब रुसेया, जग रुसेया हम्म हा हो