Rasa
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
ढोली ढोल ढोल बजे रे
पायल छम छम बोल बजे रे
मन मोहन के संग रची है रास
प्रीति की बरखा बरसे रे
नैनो से आनंद छलके रे
हरी प्रेम में डुबो नाचो आज
दिव्य है श्री हरी
पूर्ण है श्री हरी
दिव्य ये नृत्य है
सत्य है श्री हरी
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
ढोली ढोल ढोल बाजे रे
पायल छम छम बोल बाजे रे
मन मोहन के संग रची है रास
प्रीति की बरखा बरसे रे
नैनो से आनंद छलके रे
हरी प्रेम में डुबो नाचो आज
भक्ति के है रस कई
प्रीति के है रस कई
गोपिया ये दिव्य है
भक्ति में रस बस गयी
अरे बाजी रे बाजी रे मुरली ये बाजी
लागी रे लागी लगन ऐसी ये
नाची रे नाची मगन राधा नाची
लागी रे लागी लगन ऐसी ये
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
एक है भक्त परह्लाद के
जैसा शांत रस भक्ति का
दूजा है हनुमान के
जैसा दास रस भक्ति का
तेरे रंग में रंगे
हम सरोवर मोहन
स्वीकार करले ये भक्ति हमारी
प्यारे मित्र सुदामा का है
साख्य रस भक्ति का
मात यशोदा का निर्मल
वात्सल्य रंग है भक्ति का
गोपिया हम है सारी
मधुर रस की प्यासी
भुजा दो न कंहा
ये तृष्णा हमारी
अरे बाजी रे बाजी रे मुरली ये बाजी
लागी रे लागी लगन कैसी ये
नाची रे नाची मगन राधा नाची
लागी रे लागी लगन कैसी ये
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
ढोली ढोल ढोल बाजे रे(ढोली ढोल ढोल बाजे रे)
पायल छम छम बोल बाजे रे(पायल छम छम बोल बाजे रे)
मन मोहन के संग रची है रास(मन मोहन के संग रची है रास)
प्रीति की बरखा बरसे रे(प्रीति की बरखा बरसे रे)
नैनो से आनंद छलके रे(नैनो से आनंद छलके रे)
हरी प्रेम में डुबो नाचो आज(हरी प्रेम में डुबो नाचो आज)
दिव्य है श्री हरी
पूर्ण है श्री हरी
दिव्य ये नृत्य है
सत्य है श्री हरी
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन
हे रुँगहून घूना रुँगहून
घूना रुँगहून घूना घुन
हे ब्रिज भूमि मे गूँज रही है
सुन बंसी की धुन