Kuchh Rishtey
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है
आँखों-आँखों में ही कुछ पैगाम रहे तो अच्छा है, अच्छा है
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है
सुना है मंज़िल मिलते ही, उसकी चाहत मर जाती है
सुना है मंज़िल मिलते ही, उसकी चाहत मर जाती है
गर ये सच है, तो फिर हम नाकाम रहे तो अच्छा है, अच्छा है
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है
जब मेरा हमदम ही मेरे दिल को ना पहचान सका
जब मेरा हमदम ही मेरे दिल को ना पहचान सका
फिर ऐसी दुनिया में हम गुमनाम रहें तो अच्छा है, अच्छा है
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है
आँखों-आँखों में ही कुछ पैगाम रहे तो अच्छा है, अच्छा है
कुछ रिश्ते ता-उम्र अगर बेनाम रहे तो अच्छा है