Rang De
A R RAHMAN, KAUR TEJPAL, SINGH SUKHWINDER
सूरज का नया चेहरा
तोड़े डर का हर पेहरा
जाने क्यों हर नज़र में है
एक जुनून, जो यही कहे
इस आँधी में भी न छोड़ेंगे ईमाँ
ओ यारा
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां
सूरज का नया चेहरा
बाँधे रिश्तों का सेहरा
ये डगर बस बन जाये
इक लहर जो यही कहे
इस आँधी में भी न छोड़ेंगे ईमाँ
ओ यारा
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां
जिस घड़ी जज़बात की आँधी चले
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां