Muskurahat [Reprise]
Sanjay Leela Bhansali, A.M. Turaz
मुस्कुराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
मुस्कुराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
ग़म को भी इतनी खुशी दो वो मुस्कुराने लगे
मुस्कुराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
उदासियों के तले मुस्कुराहटें हैं दबी
उदासियों के तले मुस्कुराहटें हैं दबी
ज़रा से होंठ हिलाओ, तुम्हें दिखेंगी अभी
उसको देखो जो तुम्हें ज़िंदगी दिखाने लगे
ग़म को भी इतनी खुशी दो वो मुस्कुराने लगे
मुस्कुराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
जो ज़्यादा देर तलक़ दिल ना मुस्कुराएगा
जो ज़्यादा देर तलक़ दिल ना मुस्कुराएगा
अदायें सारी धड़कने की भूल जाएगा
दिल से कह दो बेवजह हसनेऔर हसाने लगे
ग़म को भी इतनी खुशी दो वो मुस्कुराने लगे
मुस्कुराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
ए ए आ वो ओ ओ रे ना ना धी रे ना आ आ